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मत्स्य पालन विशेषज्ञ (मत्स्यपालक) Pisciculturist
NCS Code: 2132.0900 | F05
एक मत्स्यपालक मछली पालन में माहिर होता है। उनकी जिम्मेदारियों में मत्स्य पालन के विकास से जुड़ी गतिविधियों को निर्देशित करना, कृत्रिम तरीकों से मछलियों के प्रजनन और पालन में सहायता करना, अन्य कार्य जैसे मछलियों की आदतों, प्रवास, विकास, भोजन, शत्रुओं, प्रजनन और अंडे देने के स्थानों और मछलियों के संरक्षण या विपणन (मार्केटिंग) की गतिविधियों का पर्यवेक्षण करना शामिल है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आपको बाहर काम करना पसंद हो।
• आप समस्याओं का विश्लेषण और समाधान करना पसंद करते हों।
• आप एक टीम में काम करना पसंद करते हों।
प्रवेश मार्ग
1. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. औद्योगिक मछली और मत्स्य / जूलॉजी / मत्स्य पालन में बी.एस सी. करें।
या
एक्वाकल्चर प्रबंधन/मछली उत्पाद प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा करें।
या
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह कोर्स मत्स्य विज्ञान विभाग द्वारा प्रदान किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. आशुतोष कॉलेज, कोलकाता
2. शासकीय होलकर साइंस कॉलेज, इंदौर
3. सरकारी कॉलेज राजमुंदरी
4.मत्स्य महाविद्यालय और अनुसंधान संस्थान, थूथुकुडी
5. डॉ. एम.जी.आर. फिशरीज कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, पोन्नेरी
6. रामदयालू सिंह कॉलेज, मुजफ्फरपुर
7. गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज बॉयज, बारामूला
8. फिशरीज कॉलेज, अगरतला
निजी संस्थान
*(आवेदन करने से पहले कृपया जाँच लें कि क्या संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्धता और मान्यता प्राप्त है)
*एन.पी.टी.ई.एल. - मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) द्वारा वित्त पोषित प्रौद्योगिकी पर राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपीटीईएल) एक परियोजना है। यह बुनियादी विज्ञान और इंजीनियरिंग अवधारणाओं की शिक्षा को बढ़ाने के लिए मल्टीमीडिया और वेब तकनीक का उपयोग करता है।
फीस
कोर्स फीस लगभग 80,000 - 5,00,000 रूपये * के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है।
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है।
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है।
• कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
• कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: आप सेंट्रल लैब, फिश प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज में काम कर सकते हैं- एक्वाकल्चर फार्म, एक्वाकल्चर हैचरी आदि।
काम का माहौल: काम का समय आम तौर पर सप्ताह में 5-6 दिन प्रति दिन 7- 8 घंटे के लिए होता है। शिफ्ट सिस्टम लागू है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
सहायक कर्मचारी → मत्स्य निरीक्षक → मत्स्यपालन मत्स्य विकास अधिकारी / मत्स्य परियोजना अधिकारी → सहायक निदेशक मत्स्य → उप निदेशक → मत्स्य निदेशक
अपेक्षित वेतन
एक मत्स्यपालक (फ्रेशर्स) की लगभग आय 15,500 – 43,000रूपये* प्रति माह है।
*एन.सी.एस. से ली गयी उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
डॉ. प्रमोदा कुमार साहू को आई.सी.ए.आर.-सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फ्रेशवाटर एक्वाकल्चर, कौशल्यागंगा के निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। डॉ0 साहू ने इस संस्थान में प्रधान वैज्ञानिक के रूप में कार्य किया है। उन्हें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा प्रतिष्ठित आई.सी.ए.आर. राष्ट्रीय प्रोफेसर पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। डॉ0 साहू, जो एक विश्व प्रसिद्ध शोधकर्ता हैं, पिछले तीन दशकों से मछली स्वास्थ्य प्रबंधन के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।*
मत्स्य पालन विशेषज्ञ (मत्स्यपालक) Pisciculturist
NCS Code: 2132.0900 | F05• आपको बाहर काम करना पसंद हो।
• आप समस्याओं का विश्लेषण और समाधान करना पसंद करते हों।
• आप एक टीम में काम करना पसंद करते हों।
1. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. औद्योगिक मछली और मत्स्य / जूलॉजी / मत्स्य पालन में बी.एस सी. करें।
या
एक्वाकल्चर प्रबंधन/मछली उत्पाद प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा करें।
या
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
यह कोर्स मत्स्य विज्ञान विभाग द्वारा प्रदान किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. आशुतोष कॉलेज, कोलकाता
2. शासकीय होलकर साइंस कॉलेज, इंदौर
3. सरकारी कॉलेज राजमुंदरी
4.मत्स्य महाविद्यालय और अनुसंधान संस्थान, थूथुकुडी
5. डॉ. एम.जी.आर. फिशरीज कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, पोन्नेरी
6. रामदयालू सिंह कॉलेज, मुजफ्फरपुर
7. गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज बॉयज, बारामूला
8. फिशरीज कॉलेज, अगरतला
निजी संस्थान
*(आवेदन करने से पहले कृपया जाँच लें कि क्या संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्धता और मान्यता प्राप्त है)
1. सेक्रेड हार्ट कॉलेज, कोच्चि
2. सेंचुरियन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, भुवनेश्वर
3. सेंट अल्बर्ट्स कॉलेज, एर्नाकुलम (बीवीओसी)
4. एम.ई.एस. अस्माबी कॉलेज, त्रिशूर
5. करीम सिटी कॉलेज, जमशेदपुर (डिप्लोमा)
6. दून पी.जी. कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर साइंस एंड टेक्नोलॉजी, देहरादून
7. फोनिक्स ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, रुड़की
8. जवाहर भारती डिग्री और पी.जी. कॉलेज, कवाली (डिप्लोमा)
संस्थान की रैंकिंग के बारे में इस लिंक से जानकारी मिल सकती है - http://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html
ऑनलाइन कोर्स
• एन.पी.टी.ई.एल.*स्वयं - https://onlinecourses.swayam2.ac.in/cec21_bt01/preview
*एन.पी.टी.ई.एल. - मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) द्वारा वित्त पोषित प्रौद्योगिकी पर राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपीटीईएल) एक परियोजना है। यह बुनियादी विज्ञान और इंजीनियरिंग अवधारणाओं की शिक्षा को बढ़ाने के लिए मल्टीमीडिया और वेब तकनीक का उपयोग करता है।
कोर्स फीस लगभग 80,000 - 5,00,000 रूपये * के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है।
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है।
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है।
• कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
• कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: आप सेंट्रल लैब, फिश प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज में काम कर सकते हैं- एक्वाकल्चर फार्म, एक्वाकल्चर हैचरी आदि।
काम का माहौल: काम का समय आम तौर पर सप्ताह में 5-6 दिन प्रति दिन 7- 8 घंटे के लिए होता है। शिफ्ट सिस्टम लागू है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
सहायक कर्मचारी → मत्स्य निरीक्षक → मत्स्यपालन मत्स्य विकास अधिकारी / मत्स्य परियोजना अधिकारी → सहायक निदेशक मत्स्य → उप निदेशक → मत्स्य निदेशक
एक मत्स्यपालक (फ्रेशर्स) की लगभग आय 15,500 – 43,000रूपये* प्रति माह है।
स्रोत: https://bit.ly/3GesUqc
*एन.सी.एस. से ली गयी उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
डॉ. प्रमोदा कुमार साहू को आई.सी.ए.आर.-सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फ्रेशवाटर एक्वाकल्चर, कौशल्यागंगा के निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। डॉ0 साहू ने इस संस्थान में प्रधान वैज्ञानिक के रूप में कार्य किया है। उन्हें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा प्रतिष्ठित आई.सी.ए.आर. राष्ट्रीय प्रोफेसर पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। डॉ0 साहू, जो एक विश्व प्रसिद्ध शोधकर्ता हैं, पिछले तीन दशकों से मछली स्वास्थ्य प्रबंधन के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।*
स्रोत: https://orissadiary.com/dr-pramoda-kumar-sahoo-appointed-as-director-of-icar-cifa/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
मछली वैज्ञानिक, मछली प्रौद्योगिकीविद, मछलीपालनविद