एक साउंड इंजीनियर रिकॉर्डिंग या लाइव प्रदर्शन के तकनीकी पक्ष के लिए जिम्मेदार होता है। एक साउंड इंजीनियर ध्वनि के स्तर और आउटपुट की गुणवत्ता को डिजाइन और प्रबंधित करता है। वे भौतिक ध्वनि उपकरण, जैसे स्पीकर, मिक्सिंग कंसोल और माइक्रोफोन के रख-रखाव के लिए भी जिम्मेदार हैं। एक साउंड इंजीनियर रिकॉर्ड किए गए ट्रैक की समीक्षा कर सकता है और उनमें सुधार करने के लिए उन्हें एडिट कर सकता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप विज्ञान में आनंद लेते हों ।
• आपको वाद्ययंत्र बजाना या गाना पसंद हों ।
• आप एक रचनात्मक प्रवृत्ति के हों ।
• आपको पालन करने के लिए स्पष्ट निर्देश पसंद हों ।
प्रवेश मार्ग
1. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 उत्तीर्ण करें।
2. साउंड इंजीनियरिंग /एकॉस्टिक इंजीनियरिंग/साउंडऔर म्यूज़िक टेक्नॉलजी /इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग/कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग/इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग/मैकेनिकल इंजीनियरिंग / कंप्यूटर विज्ञान और संबद्धता विषय में स्नातक की डिग्री हासिल करें।
या
साउंड/ऑडियो इंजीनियरिंग/ऑडियो और म्यूज़िक प्रोडक्शन /एकॉस्टिक /म्यूज़िक टेक्नॉलजी / साउंड प्रोडक्शन/ इलेक्ट्रॉनिक म्यूज़िक प्रोडक्शन / साउंड डिजाइन / साउंड रिकॉर्डिंग और इंजीनियरिंग या समान में डिप्लोमा करें।
या
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर ((REAP, AP EAMCET इत्यादि) या संस्थान स्तर (BITSAT, IP, इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह कोर्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा चलाया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. एप्लाइड साइंस कॉलेज वडक्कनचेरी, पलक्कड़
2. सरकारी फिल्म और टेलीविजन संस्थान, बैंगलोर
3. मुंबई विश्वविद्यालय
4. आई.आई.टी. खड़गपुर
5. भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान, पुणे
6. श्री अरबिंदो सेंटर फॉर आर्ट्स एंड कम्युनिकेशन, दिल्ली
7. श्री अन्नमाचार्य गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ म्यूजिक एंड डांस, हैदराबाद
8. सत्यजीत रे फिल्म और टेलीविजन संस्थान
निजी संस्थान (आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्धता और मान्यता प्राप्त है)
1. S.A.G.E. यूनिवर्सिटी, इंदौर
2. रिसाली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, विशाखापत्तनम
3. गार्डन सिटी यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
4. सी.एम.आर. यूनिवर्सिटी (स्कूल ऑफ साइंस स्टडीज), बैंगलोर
5. सीमेडु स्कूल ऑफ प्रो-एक्सप्रेशनिज्म, पुणे
6. देवीप्रसाद गोयनका मैनेजमेंट कॉलेज ऑफ मीडिया स्टडीज
7. रयात बहारा विश्वविद्यालय, पंजाब
8. एंजल म्यूजिक एकेडमी, जयपुर
9. Z.I.M.A.- जी इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया आर्ट्स, कोलकाता
10. पार्वतीबाई चौगुले कला और विज्ञान महाविद्यालय
● कोर्स की फीस लगभग 45,000 - 13,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है।
● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है।
● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है।
● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: प्रोडक्शन हाउस, थिएटर, संगीत कंपनियां, फिल्म निर्माण एजेंसियां, ध्वनि प्रौद्योगिकी कंपनियां आदि।
काम का माहौल: संभवतः आपको एक टीम को संभालना पड़ सकता है, जिस परियोजना पर आप काम करेंगे आपको उससे जुड़े विभिन्न लोगों के साथ सहयोग करना होगा। आप आमतौर पर सप्ताह में 5 से 6 दिन और हर दिन न्यूनतम 8 - 9 घंटे काम कर सकते हैं। हालाँकि, आपको लंबे अनियमित समय के लिए भी काम करना पड़ सकता है।
*इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
मीना नारायणन को भारत की पहली महिला साउंड इंजीनियर माना जाता है। उन्होंने अपने पति ए नारायणन के साथ काम किया, जो शुरुआती तमिल सिनेमा में सबसे प्रशंसनीय निर्देशकों में से एक थे। हालाँकि उन्होंने कहा कि उन्हें इस क्षेत्र में कोई औपचारिक प्रशिक्षण नहीं मिला, लेकिन फिल्म इतिहासकार एस. थिओडोर भास्करन ने अपनी पुस्तक द मैसेज बियरर्स में लिखा है कि उन्होंने साउंड इंजीनियरिंग पर ध्यान दिया और दो वर्षों में अनुभव प्राप्त किया। वह कर्नाटक संगीत में प्रशिक्षित थीं।*
साउंड इंजीनियर (Sound Engineer)
NCS Code: 2153.0500 | E031• आप विज्ञान में आनंद लेते हों ।
• आपको वाद्ययंत्र बजाना या गाना पसंद हों ।
• आप एक रचनात्मक प्रवृत्ति के हों ।
• आपको पालन करने के लिए स्पष्ट निर्देश पसंद हों ।
1. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 उत्तीर्ण करें।
2. साउंड इंजीनियरिंग /एकॉस्टिक इंजीनियरिंग/साउंडऔर म्यूज़िक टेक्नॉलजी /इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग/कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग/इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग/मैकेनिकल इंजीनियरिंग / कंप्यूटर विज्ञान और संबद्धता विषय में स्नातक की डिग्री हासिल करें।
या
साउंड/ऑडियो इंजीनियरिंग/ऑडियो और म्यूज़िक प्रोडक्शन /एकॉस्टिक /म्यूज़िक टेक्नॉलजी / साउंड प्रोडक्शन/ इलेक्ट्रॉनिक म्यूज़िक प्रोडक्शन / साउंड डिजाइन / साउंड रिकॉर्डिंग और इंजीनियरिंग या समान में डिप्लोमा करें।
या
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर ((REAP, AP EAMCET इत्यादि) या संस्थान स्तर (BITSAT, IP, इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
यह कोर्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा चलाया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. एप्लाइड साइंस कॉलेज वडक्कनचेरी, पलक्कड़
2. सरकारी फिल्म और टेलीविजन संस्थान, बैंगलोर
3. मुंबई विश्वविद्यालय
4. आई.आई.टी. खड़गपुर
5. भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान, पुणे
6. श्री अरबिंदो सेंटर फॉर आर्ट्स एंड कम्युनिकेशन, दिल्ली
7. श्री अन्नमाचार्य गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ म्यूजिक एंड डांस, हैदराबाद
8. सत्यजीत रे फिल्म और टेलीविजन संस्थान
निजी संस्थान (आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्धता और मान्यता प्राप्त है)
1. S.A.G.E. यूनिवर्सिटी, इंदौर
2. रिसाली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, विशाखापत्तनम
3. गार्डन सिटी यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
4. सी.एम.आर. यूनिवर्सिटी (स्कूल ऑफ साइंस स्टडीज), बैंगलोर
5. सीमेडु स्कूल ऑफ प्रो-एक्सप्रेशनिज्म, पुणे
6. देवीप्रसाद गोयनका मैनेजमेंट कॉलेज ऑफ मीडिया स्टडीज
7. रयात बहारा विश्वविद्यालय, पंजाब
8. एंजल म्यूजिक एकेडमी, जयपुर
9. Z.I.M.A.- जी इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया आर्ट्स, कोलकाता
10. पार्वतीबाई चौगुले कला और विज्ञान महाविद्यालय
संस्थान की रैंकिंग के बारे में इस लिंक से जानकारी मिल सकती है - http://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html
ऑनलाइन कोर्स
• कौरसेरा - https://in.coursera.org/search?query=sound%20engineering&
• उडेमी - https://www.udemy.com/courses/search/?q=sound+engineering&src=sac&kw=sound+engineering
● कोर्स की फीस लगभग 45,000 - 13,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति
● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है।
● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है।
● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है।
● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: प्रोडक्शन हाउस, थिएटर, संगीत कंपनियां, फिल्म निर्माण एजेंसियां, ध्वनि प्रौद्योगिकी कंपनियां आदि।
काम का माहौल: संभवतः आपको एक टीम को संभालना पड़ सकता है, जिस परियोजना पर आप काम करेंगे आपको उससे जुड़े विभिन्न लोगों के साथ सहयोग करना होगा। आप आमतौर पर सप्ताह में 5 से 6 दिन और हर दिन न्यूनतम 8 - 9 घंटे काम कर सकते हैं। हालाँकि, आपको लंबे अनियमित समय के लिए भी काम करना पड़ सकता है।
*इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
रिकॉर्डिस्ट → साउंड इंजीनियर→ साउंड इंजीनियरिंग मैनेजर
या
वर्कर/हेल्पर → साउंड असिस्टेंट → सीनियर साउंड असिस्टेंट → साउंड इंजीनियर → सीनियर साउंड इंजीनियर → प्रोड्यूसर
एक साउंड इंजीनियर का लगभग आय 12,333-83,333 रूपये* प्रति माह होती है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Job=Sound_Engineer/Salary?loggedIn
*उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
मीना नारायणन को भारत की पहली महिला साउंड इंजीनियर माना जाता है। उन्होंने अपने पति ए नारायणन के साथ काम किया, जो शुरुआती तमिल सिनेमा में सबसे प्रशंसनीय निर्देशकों में से एक थे। हालाँकि उन्होंने कहा कि उन्हें इस क्षेत्र में कोई औपचारिक प्रशिक्षण नहीं मिला, लेकिन फिल्म इतिहासकार एस. थिओडोर भास्करन ने अपनी पुस्तक द मैसेज बियरर्स में लिखा है कि उन्होंने साउंड इंजीनियरिंग पर ध्यान दिया और दो वर्षों में अनुभव प्राप्त किया। वह कर्नाटक संगीत में प्रशिक्षित थीं।*
स्रोत: https://bit.ly/3hZKB4Q
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
साउंड इंजीनियरिंग , ऑडियो इंजीनियरिंग , साउंड तकनीशियन