एक ऑटोमोटिव इलेक्ट्रीशियन को वाहन के इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक भागों की सर्विस और मरम्मत का आंकलन करने की आवश्यकता होती है। वे वाहन के शरीर में विभिन्न विद्युत उप-प्रणालियों का विश्लेषण (analyse) करते हैं। ऑटोमोटिव इलेक्ट्रिशियन को वाहन के सभी पुर्जों की मरम्मत और रखरखाव के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आपका का झुकाव तकनीक की तरफ़ हो।
• आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हों ।
• आप टीम में काम करने में सहज हों ।
• आपके हाथ एवं आँखों का समन्वय आपस में अच्छा हो।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम योग्यता
• 10वीं कक्षा पास करने और न्यूनतम आयु 18 वर्ष होने के बाद, आप ऑटोमोटिव इलेक्ट्रीशियन के लिए नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 4 कोर्स हेतु नामांकन करवा सकते हैं।
या
• आपके पास 1-2 साल के अनुभव के साथ (एन.एस.क्यू.एफ.)* (फोर व्हीलर सर्विस असिस्टेंट) के लिए प्रमाणपत्र मौजूद है तो आप ऑटोमोटिव इलेक्ट्रीशियन लेवल 4 कोर्स का विकल्प चुन सकते हैं।
• ड्राइविंग लाइसेंस और बेसिक कंप्यूटर कौशल एक अनिवार्यता है।
या
• औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान से ऑटोमोटिव इलेक्ट्रिकल कोर्स में डिप्लोमा। आई.टी.आई. इलेक्ट्रीशियन कोर्स के बाद आप 2 साल के लिए इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा (डायरेक्ट सेकंड ईयर) कर सकते हैं और डिप्लोमा पूरा होने के बाद आप बी.टेक/बी.ई. (द्वितीय वर्ष) के लिए जा सकते हैं और इसे 3 साल में पूरा कर सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ.(NSQF) एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को एक चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल हैं जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हुए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
*एन.सी.एस. से ली गयी उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
दो बच्चों की माँ 35 वर्षीय प्रतिभा कुंभार बीते हुए समय की भरपाई कर रही हैं। उन्होंने अपने पति की दर्जी की दुकान में तब तक काम किया जब तक कि उन्होंने सोल्डरिंग (दो समान या भिन्न धातुओं को किसी तीसरी समान या भिन्न धातु की मदद से जोड़ना- सोल्डरिंग कहलाता है) में प्रशिक्षण और तेजी से बढ़ती विद्युत वाहन कंपनी में नौकरी के अवसर के बारे में नहीं सुना था। उन्होंने प्रशिक्षण लिया और अब वे पुणे में एक कारखाने में ई.वी. स्पीडोमीटर के लिए सर्किट असेम्बल करती है। निश्चित आय वाली औपचारिक कर्मचारी के रूप में यह उनकी पहली नौकरी है । ई.वी. कंपोनेंट्स के निर्माता और भारतीय ऑटो निर्माता काइनेटिक समूह की सहायक कंपनी काइनेटिक कम्युनिकेशंस में गुलाबी-दस्ताने पहन कर सर्किट को जोड़ते हुए कुंभार ने कहा, "मैं निश्चित घंटे काम करती हूँ और मैं आर्थिक रूप से स्वतंत्र हूँ ।"*
ऑटोमोटिव इलेक्ट्रीशियन
NCS Code: 7412.0701 | V018• आपका का झुकाव तकनीक की तरफ़ हो।
• आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हों ।
• आप टीम में काम करने में सहज हों ।
• आपके हाथ एवं आँखों का समन्वय आपस में अच्छा हो।
न्यूनतम योग्यता
• 10वीं कक्षा पास करने और न्यूनतम आयु 18 वर्ष होने के बाद, आप ऑटोमोटिव इलेक्ट्रीशियन के लिए नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 4 कोर्स हेतु नामांकन करवा सकते हैं।
या
• आपके पास 1-2 साल के अनुभव के साथ (एन.एस.क्यू.एफ.)* (फोर व्हीलर सर्विस असिस्टेंट) के लिए प्रमाणपत्र मौजूद है तो आप ऑटोमोटिव इलेक्ट्रीशियन लेवल 4 कोर्स का विकल्प चुन सकते हैं।
• ड्राइविंग लाइसेंस और बेसिक कंप्यूटर कौशल एक अनिवार्यता है।
या
• औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान से ऑटोमोटिव इलेक्ट्रिकल कोर्स में डिप्लोमा। आई.टी.आई. इलेक्ट्रीशियन कोर्स के बाद आप 2 साल के लिए इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा (डायरेक्ट सेकंड ईयर) कर सकते हैं और डिप्लोमा पूरा होने के बाद आप बी.टेक/बी.ई. (द्वितीय वर्ष) के लिए जा सकते हैं और इसे 3 साल में पूरा कर सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ.(NSQF) एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को एक चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल हैं जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हुए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
सरकारी संस्थान
1. राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.): https://www.nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre लिंक पर जाएँ।
2. जन शिक्षण संस्थान (जे.एस.एस.):
https://nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre-jss/ लिंक पर जाएँ।
3. एन.आई.ओ.एस. प्रशिक्षण केंद्र: https://voc.nios.ac.in/registration/locate-study-centre लिंक पर जाएँ।
4. एन.एस.क्यू.एफ. केंद्रों की सूची:
https://www.aicteindia.org/sites/default/files/Vocational%20institutions%20272%20recommended%20AY%202020-21.pdf लिंक पर जाएँ।
5. प्रशिक्षण महानिदेशालय (डी.जी.टी.), कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार के तहत भारत में मॉडल आई.टी.आई. की सूची:
https://dgt.gov.in/government-model-iti
अधिकांश सरकारी योजनाएँ मुफ़्त हैं।
छात्रवृत्ति
• NSP के साथ पंजीकृत ITI के विवरण के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: scholarships.gov.in/fresh/onlineInstituteSearchIndex लिंक पर देखें।
• आई.टी.आई./व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति के विवरण के लिए buddy4study.com या buddy4study.com/article/iti-scholarships लिंक पर देखें।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
कार्यस्थल: ऑटोमोबाइल सर्विस सेंटर, डीलरशिप और मैन्युफैक्चरिंग प्लांट।
काम का माहौल: आम तौर पर आपको सप्ताह में 6 दिन और प्रतिदिन 8-9 घंटे काम करना होता है। काम में व्यस्त मौसम के दौरान शिफ्ट और ओवरटाइम शामिल हो सकते हैं।
ऑटोमोटिव इलेक्ट्रीशियन → ऑटोमोटिव सीनियर इलेक्ट्रीशियन
एक ऑटोमोटिव इलेक्ट्रीशियन की आय लगभग 12,000 - 16,000 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://bit.ly/3ZJFyGG
*एन.सी.एस. से ली गयी उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
दो बच्चों की माँ 35 वर्षीय प्रतिभा कुंभार बीते हुए समय की भरपाई कर रही हैं। उन्होंने अपने पति की दर्जी की दुकान में तब तक काम किया जब तक कि उन्होंने सोल्डरिंग (दो समान या भिन्न धातुओं को किसी तीसरी समान या भिन्न धातु की मदद से जोड़ना- सोल्डरिंग कहलाता है) में प्रशिक्षण और तेजी से बढ़ती विद्युत वाहन कंपनी में नौकरी के अवसर के बारे में नहीं सुना था। उन्होंने प्रशिक्षण लिया और अब वे पुणे में एक कारखाने में ई.वी. स्पीडोमीटर के लिए सर्किट असेम्बल करती है। निश्चित आय वाली औपचारिक कर्मचारी के रूप में यह उनकी पहली नौकरी है । ई.वी. कंपोनेंट्स के निर्माता और भारतीय ऑटो निर्माता काइनेटिक समूह की सहायक कंपनी काइनेटिक कम्युनिकेशंस में गुलाबी-दस्ताने पहन कर सर्किट को जोड़ते हुए कुंभार ने कहा, "मैं निश्चित घंटे काम करती हूँ और मैं आर्थिक रूप से स्वतंत्र हूँ ।"*
स्रोत: https://thewire.in/women/indias-drive-to-increase-electric-vehicle-use-has-women-at-the-wheel
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी भी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
ऑटोमोटिव इलेक्ट्रीशियन, मोटर इलेक्ट्रिक तकनीशियन, कार इलेक्ट्रीशियन