फायर-फाइटर, जिसे फायरमैन के रूप में भी जाना जाता है, उपयुक्त अग्निशमन उपकरणों और सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करके आपातकालीन और आग स्थितियों को बचाता है और कम करता है। अग्निशामक आग बुझाते हैं, फंसे हुए कर्मियों को बचाते हैं और अन्य विभिन्न मानव निर्मित और प्राकृतिक आपदाओं से भी निपटते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हों।
• आप दूसरों की मदद करना पसंद करते हों।
• आप दूसरों के साथ संवाद करने में सहज हों।
• आप काम करते समय विवरण पर ध्यान देते हों।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम योग्यता
• 10वीं कक्षा पूरी करने और 18 वर्ष की आयु होने के बाद आप फायर फाइटर ट्रेनिंग के लिए नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 5 हेतु नामांकन करवा सकते हैं।
• आपको शारीरिक आवश्यकताओं को भी पूरा करना होगा जैसे:
पुरुष हेतु (न्यूनतम) - ऊंचाई: 165 सेमी (गढ़वाल, असमिया गोरखा और अनुसूचित जनजातियों के सदस्य के मामले में 5 सेमी की छूट); छाती: 81 सेमी बिना फुलाए और 86 सेमी फुलाया हुआ (न्यूनतम 5 सेमी विस्तार के साथ पूरी तरह से फैला हुआ) वजन: न्यूनतम- 50 किग्रा।
महिला के लिए (न्यूनतम) - ऊंचाई: 157 सेमी (गढ़वाल, असमिया गोरखा और अनुसूचित जनजाति के सदस्य के मामले में 2.5 सेमी की छूट); वजन: 46 किग्रा। चिकित्सा मानक - ए) दृश्य: बेहतर आँख - 6/6 (योग्य दृष्टि - 6/6 केवल) खराब आँख 6/12; बी) कलर विजन: कलर ब्लाइंडनेस नहीं।
* एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल है जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
• NSP के साथ पंजीकृत ITI के विवरण के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: scholarships.gov.in/fresh/onlineInstituteSearchIndex लिंक पर देखें।
• आई.टी.आई./व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति के विवरण के लिए buddy4study.com या buddy4study.com/article/iti-scholarships लिंक पर देखें।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: अग्निशमन एजेंसियां, तेल कंपनियां, सुरक्षा इकाइयां आदि।
काम का माहौल: आपको कम से कम 8 - 9 घंटे और हफ्ते में 5 - 6 दिन काम करना होगा। शिफ्ट ड्यूटी हो सकती है। ओवरटाइम करना आम बात है।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
फायर ऑपरेटर → लीडिंग फायरमैन / फायर फाइटर → उप-अधिकारी → अग्नि निवारण अधिकारी → सहायक मंडल अधिकारी → मंडल अधिकारी → उप मुख्य अग्निशमन अधिकारी → मुख्य अग्निशमन अधिकारी
अपेक्षित वेतन
एक फायर फाइटर की लगभग आय 17,000 - 58,000 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
*एन.सी.एस. से ली गयी उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
हर्षिनी कान्हेकर का जीवन पिछले दो दशकों से सचमुच आग से खेल रहा है। वे भारत की पहली महिला फायर फाइटर हैं, जिनका जीवन असंभव लगने वाले संभव को हासिल करने की कोशिश करने के लिए प्रेरित करता है। हर्षिनी ने एन.एफ.एस.सी. (नेशनल फायर सर्विस कॉलेज) में नामांकन लिए जाने के समय के बारे में याद किया, उन्होंने बताया कि कैसे उनके पिता ने उन्हें टेलीग्राम हाँथ में लेकर खुशखबरी देने के लिए बुलाया था। हर्षिनी के सात-सेमेस्टर कोर्स के लिए छात्रों को परिसर में रहने की आवश्यकता थी, लेकिन उनके लिए, नियम में बदलाव हुआ था- उन्हें घर जाने की अनुमति दी गयी थी। हर्षिनी ने भारी पानी और सक्शन होसेस के साथ काम किया और डमी के साथ मॉक ड्रिल की। जब वे कॉलेज में थी तब उनका पहला काम शिरडी में एक सिलेंडर विस्फोट की साइट पर था। हर्षिनी ने कठिन कार्य किए, जबकि वे एक ही समय में जीवन और अग्निशमन के तरीके सीखने वाली एक छात्रा थी। 2006 में ओ.एन.जी.सी. में शामिल होने से पहले (और अंततः वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी बनने के बाद), उन्होंने मुंबई, कोलकाता और दिल्ली में लगी कई आग का सामना किया, जहाँ एक टिन कारखाने में उनके छह घंटे के ऑपरेशन को पहचान मिली। आज हर्षिणी पूरे देश की महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं।*
फायर-फाइटर
NCS Code: 5411.0100 | V091• आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हों।
• आप दूसरों की मदद करना पसंद करते हों।
• आप दूसरों के साथ संवाद करने में सहज हों।
• आप काम करते समय विवरण पर ध्यान देते हों।
न्यूनतम योग्यता
• 10वीं कक्षा पूरी करने और 18 वर्ष की आयु होने के बाद आप फायर फाइटर ट्रेनिंग के लिए नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 5 हेतु नामांकन करवा सकते हैं।
• आपको शारीरिक आवश्यकताओं को भी पूरा करना होगा जैसे:
पुरुष हेतु (न्यूनतम) - ऊंचाई: 165 सेमी (गढ़वाल, असमिया गोरखा और अनुसूचित जनजातियों के सदस्य के मामले में 5 सेमी की छूट); छाती: 81 सेमी बिना फुलाए और 86 सेमी फुलाया हुआ (न्यूनतम 5 सेमी विस्तार के साथ पूरी तरह से फैला हुआ) वजन: न्यूनतम- 50 किग्रा।
महिला के लिए (न्यूनतम) - ऊंचाई: 157 सेमी (गढ़वाल, असमिया गोरखा और अनुसूचित जनजाति के सदस्य के मामले में 2.5 सेमी की छूट); वजन: 46 किग्रा। चिकित्सा मानक - ए) दृश्य: बेहतर आँख - 6/6 (योग्य दृष्टि - 6/6 केवल) खराब आँख 6/12; बी) कलर विजन: कलर ब्लाइंडनेस नहीं।
* एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल है जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
सरकारी संस्थान
1. राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.): https://www.nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre लिंक पर जाएँ।
2. जन शिक्षण संस्थान (जे.एस.एस.):
https://nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre-jss/ लिंक पर जाएँ।
3. एन.आई.ओ.एस. प्रशिक्षण केंद्र: https://voc.nios.ac.in/registration/locate-study-centre लिंक पर जाएँ।
4. एन.एस.क्यू.एफ. केंद्रों की सूची:
https://www.aicteindia.org/sites/default/files/Vocational%20institutions%20272%20recommended%20AY%202020-21.pdf लिंक पर जाएँ। 5. राजस्थान कौशल और आजीविका विकास निगम https://livelihoods.rajasthan.gov.in/rsldc/#/home/dptHome/403 6. राजस्थान सरकार संचालित वोकेशनल विधालय https://rajshaladarpan.nic.in/sd2/Home/Public2/VocationalSchool/SchoolSummary.aspx
अधिकांश सरकारी योजनाएँ मुफ़्त हैं।
छात्रवृत्ति
• NSP के साथ पंजीकृत ITI के विवरण के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: scholarships.gov.in/fresh/onlineInstituteSearchIndex लिंक पर देखें।
• आई.टी.आई./व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति के विवरण के लिए buddy4study.com या buddy4study.com/article/iti-scholarships लिंक पर देखें।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
कार्यस्थल: अग्निशमन एजेंसियां, तेल कंपनियां, सुरक्षा इकाइयां आदि।
काम का माहौल: आपको कम से कम 8 - 9 घंटे और हफ्ते में 5 - 6 दिन काम करना होगा। शिफ्ट ड्यूटी हो सकती है। ओवरटाइम करना आम बात है।
फायर ऑपरेटर → लीडिंग फायरमैन / फायर फाइटर → उप-अधिकारी → अग्नि निवारण अधिकारी → सहायक मंडल अधिकारी → मंडल अधिकारी → उप मुख्य अग्निशमन अधिकारी → मुख्य अग्निशमन अधिकारी
एक फायर फाइटर की लगभग आय 17,000 - 58,000 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://bit.ly/3kjj7IJ
*एन.सी.एस. से ली गयी उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
हर्षिनी कान्हेकर का जीवन पिछले दो दशकों से सचमुच आग से खेल रहा है। वे भारत की पहली महिला फायर फाइटर हैं, जिनका जीवन असंभव लगने वाले संभव को हासिल करने की कोशिश करने के लिए प्रेरित करता है। हर्षिनी ने एन.एफ.एस.सी. (नेशनल फायर सर्विस कॉलेज) में नामांकन लिए जाने के समय के बारे में याद किया, उन्होंने बताया कि कैसे उनके पिता ने उन्हें टेलीग्राम हाँथ में लेकर खुशखबरी देने के लिए बुलाया था। हर्षिनी के सात-सेमेस्टर कोर्स के लिए छात्रों को परिसर में रहने की आवश्यकता थी, लेकिन उनके लिए, नियम में बदलाव हुआ था- उन्हें घर जाने की अनुमति दी गयी थी। हर्षिनी ने भारी पानी और सक्शन होसेस के साथ काम किया और डमी के साथ मॉक ड्रिल की। जब वे कॉलेज में थी तब उनका पहला काम शिरडी में एक सिलेंडर विस्फोट की साइट पर था। हर्षिनी ने कठिन कार्य किए, जबकि वे एक ही समय में जीवन और अग्निशमन के तरीके सीखने वाली एक छात्रा थी। 2006 में ओ.एन.जी.सी. में शामिल होने से पहले (और अंततः वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी बनने के बाद), उन्होंने मुंबई, कोलकाता और दिल्ली में लगी कई आग का सामना किया, जहाँ एक टिन कारखाने में उनके छह घंटे के ऑपरेशन को पहचान मिली। आज हर्षिणी पूरे देश की महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं।*
स्रोत: https://www.womensweb.in/2022/03/harshini-kanhekar-indias-first-woman-fire-fighter-inspiring-life-story-apr22wk1pa/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण के उद्देश्य से है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
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