एक लैपिडरिस्ट (Lapidarist) कीमती पत्थरों को काटने, आकार देने और उन पर उकेरने की कला का विशेषज्ञ होता है। लैपिडरी शब्द का उपयोग उन लोगों के लिए भी किया जाता है जो रत्नों का संग्रह या सौदा करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप पत्थरों और रत्नों में गहरी रुचि रखते हों।
• आप अपने काम की प्रक्रिया निर्धारित कर सकते हों।
• आप अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हों।
प्रवेश मार्ग
1. किसी भी स्ट्रीम में 10+2 पूरा करें।
2. रत्न विज्ञान/आभूषण डिजाइनिंग में स्नातक की डिग्री (B.Sc. / B.Des.) पूरी करें।
या
जेमोलॉजी में डिप्लोमा पूरा करें।
या
स्नातक की डिग्री के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री (M.Sc. / M.Des.) पूरी करें। इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
शैक्षिक संस्थान
जेमोलॉजी में कोर्स चलाने वाले संस्थान:
1. राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट), दिल्ली
2. पताका - द ज्वेल डिजाइन इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली
3. आर्क जेमोलॉजी एंड ज्वैलरी इंस्टीट्यूट, जयपुर
4. राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान, अहमदाबाद
5. राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान, विजयवाड़ा
6. इंडियन जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली
7. भारतीय रत्न और आभूषण संस्थान, मुंबई
8. सेंट जेवियर्स कॉलेज
9. भारतीय कला और डिजाइन संस्थान
10. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जेमोलॉजी, नई दिल्ली
11. औद्योगिक डिजाइन केंद्र, मुंबई
12. जी.आई.ए. इंडिया
फीस
कोर्स की फीस लगभग 50,000 - 2,00,000 रुपये* के बीच होती है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह एक संस्थान से दूसरे संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति (Scholarship)
• राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल - कृपया http://www.scholarships.gov.in लिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र सरकार की योजनाएँ, यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. योजनाएँ और राज्य योजनाएँ उपलब्ध हैं।*
• कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com लिंक पर जाएँ। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।*
• मेरिट के आधार पर संस्थानों में स्कॉलरशिप भी मिलती है।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण (Loans)
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (IBA) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है।
•कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल:
ज्वैलरी स्टोर, एंटीक शॉप गैलरी या स्टोर आदि।
उद्यमिता:
आप अपना व्यवसाय शुरू सकते हैं।
काम का माहौल:
आप अपना अधिकांश समय उपकरण और रसायनों का उपयोग करके कार्यक्षेत्र या पॉलिशिंग स्टेशन पर बिताएंगे। आप एक टीम का नेतृत्व नहीं करेंगे। स्थानीय यात्रा जॉब प्रोफाइल का हिस्सा नहीं है। अगर आपको किसी स्टोर या गैलरी में नियुक्त किया जाता है, तो आप सप्ताह में 5 - 6 दिन तथा हर दिन 8 - 9 घंटे काम करने की संभावना रखते हैं।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
MAIA बेस्पोक की संस्थापक सुरभि स्वरूप एक डिज़ाइनर और लैपिडरिस्ट दोनों हैं। उनका काम पेरिस में एक चैनल फ्लैगशिप स्टोर से लेकर भारतीय महलों से लेकर पांच सितारा होटलों तक हर जगह दिखाई देता है। स्वरूप ने ए.पी.जे. इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन, दिल्ली; से डिज़ाइन और इतिहास में स्नातक किया है।*
स्रोत: https://www.worldconstructionnetwork.com/contractors/interior-designers/surabhi-design/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा|
जेम कटर और पॉलिशर, लैपिडरी आर्टिस्ट, डायमंड ग्रेडर
लैपिडरिस्ट (Lapidarist)
NCS Code: NA | GN018• आप पत्थरों और रत्नों में गहरी रुचि रखते हों।
• आप अपने काम की प्रक्रिया निर्धारित कर सकते हों।
• आप अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हों।
1. किसी भी स्ट्रीम में 10+2 पूरा करें।
2. रत्न विज्ञान/आभूषण डिजाइनिंग में स्नातक की डिग्री (B.Sc. / B.Des.) पूरी करें।
या
जेमोलॉजी में डिप्लोमा पूरा करें।
या
स्नातक की डिग्री के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री (M.Sc. / M.Des.) पूरी करें।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
जेमोलॉजी में कोर्स चलाने वाले संस्थान:
1. राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट), दिल्ली
2. पताका - द ज्वेल डिजाइन इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली
3. आर्क जेमोलॉजी एंड ज्वैलरी इंस्टीट्यूट, जयपुर
4. राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान, अहमदाबाद
5. राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान, विजयवाड़ा
6. इंडियन जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली
7. भारतीय रत्न और आभूषण संस्थान, मुंबई
8. सेंट जेवियर्स कॉलेज
9. भारतीय कला और डिजाइन संस्थान
10. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जेमोलॉजी, नई दिल्ली
11. औद्योगिक डिजाइन केंद्र, मुंबई
12. जी.आई.ए. इंडिया
कोर्स की फीस लगभग 50,000 - 2,00,000 रुपये* के बीच होती है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह एक संस्थान से दूसरे संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति (Scholarship)
• राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल - कृपया http://www.scholarships.gov.in लिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र सरकार की योजनाएँ, यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. योजनाएँ और राज्य योजनाएँ उपलब्ध हैं।*
• कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com लिंक पर जाएँ। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।*
• मेरिट के आधार पर संस्थानों में स्कॉलरशिप भी मिलती है।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण (Loans)
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (IBA) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है।
•कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल:
ज्वैलरी स्टोर, एंटीक शॉप गैलरी या स्टोर आदि।
उद्यमिता:
आप अपना व्यवसाय शुरू सकते हैं।
काम का माहौल:
आप अपना अधिकांश समय उपकरण और रसायनों का उपयोग करके कार्यक्षेत्र या पॉलिशिंग स्टेशन पर बिताएंगे। आप एक टीम का नेतृत्व नहीं करेंगे। स्थानीय यात्रा जॉब प्रोफाइल का हिस्सा नहीं है। अगर आपको किसी स्टोर या गैलरी में नियुक्त किया जाता है, तो आप सप्ताह में 5 - 6 दिन तथा हर दिन 8 - 9 घंटे काम करने की संभावना रखते हैं।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
अपरेंटिस → लैपिडरिस्ट → सीनियर लैपिडरिस्ट → इंस्ट्रक्टर।
लैपिडरिस्ट की आय लगभग 20,415 - 4,16,667 रुपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Job=Gemologist/Salary
*उपरोक्त आय सांकेतिक है तथा परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
MAIA बेस्पोक की संस्थापक सुरभि स्वरूप एक डिज़ाइनर और लैपिडरिस्ट दोनों हैं। उनका काम पेरिस में एक चैनल फ्लैगशिप स्टोर से लेकर भारतीय महलों से लेकर पांच सितारा होटलों तक हर जगह दिखाई देता है। स्वरूप ने ए.पी.जे. इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन, दिल्ली; से डिज़ाइन और इतिहास में स्नातक किया है।*
स्रोत: https://www.worldconstructionnetwork.com/contractors/interior-designers/surabhi-design/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा|
जेम कटर और पॉलिशर, लैपिडरी आर्टिस्ट, डायमंड ग्रेडर