कृषि इंजीनियर एक पेशा है जो कृषि और इंजीनियरिंग के सिद्धांतों को लागू और उनका उपयोग करता है ताकि इस क्षेत्र में समस्याओं का समाधान किया जा सके । वे नई कृषि तकनीकों को डिजाइन और विकसित करते हैं जो खेती को दीर्घकालिक, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल कुशल बनाने में मदद करती हैं। उनकी भूमिकाओं में उपकरण और मशीनरी का डिजाइन तैयार करना, उसका निर्माण और आधुनिकीकरण करना ताकि भूमि उपयोग में सुधार हो सके , उपज में वृद्धि हो सके और संसाधनों का संरक्षण किया जा सके।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप चीजों को बनाना या इकट्ठा करना पसंद करते हों ।
• आपको यह पता लगाने में मज़ा आता है कि चीज़ें कैसे काम करती हैं।
• आप विवरण पर ध्यान देते हों ।
• आप चीजों को क्रम में रखना पसंद करते हों ।
• आप समस्याओं को हल करना पसंद करते हों
प्रवेश मार्ग
1. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 उत्तीर्ण करें ।
2. कृषि इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में स्नातक/जैव प्रौद्योगिकी में स्नातक करें।
या
• स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
या
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर ((REAP, AP EAMCET इत्यादि) या संस्थान स्तर (BITSAT, IP, इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। अन्य प्रवेश परीक्षाएँ जो ली जा सकती हैं वे हैं: ICAR/GATE/AIEEA/MHT/CET/UPCATET/AP EAMCET/CG PAT/SHIATS प्रवेश परीक्षा/CCSHAU प्रवेश परीक्षा/राजस्थान JET/AGRICET
* कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह कोर्स कंप्यूटर साइंस व इंजीनियरिंग विभाग द्वारा चलाया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास
2. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर
3. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी
4. पेरियार विश्वविद्यालय , तमिलनाडु
5. आईआईटी जोधपुर
6. आईआईआईटी भुवनेश्वर
7. आईआईटी रुड़की
निजी संस्थान (आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्धता और मान्यता प्राप्त है)
1.नॉर्थकैप यूनिवर्सिटी, गुड़गांव
2. चंडीगढ़ विश्वविद्यालय
3. प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय, बेंगलुरु
4. चितकारा यूनिवर्सिटी, हिमाचल प्रदेश
5. लिंगया विद्यापीठ, फरीदाबाद
6. बिट्स पिलानी
*एन.पी.टी.ई.एल. - मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) द्वारा वित्त पोषित प्रौद्योगिकी पर राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपीटीईएल) एक परियोजना है। यह बुनियादी विज्ञान और इंजीनियरिंग अवधारणाओं की शिक्षा को बढ़ाने के लिए मल्टीमीडिया और वेब तकनीक का उपयोग करता है।
फीस
एक वर्ष के लिए शुल्क लगभग 6,000 - 1,33,333 रुपये के बीच है।*
*(उपर्युक्त फीस अनुमानित हैं। यह सभी संस्थान में भिन्न होगी।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग स्नातक कोर्स के प्रथम वर्ष में नामांकित छात्रों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों को दी जाती है, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता है।
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति- लगभग 20,000 ऐसी इंजीनियरिंग छात्रवृत्तियाँ हर साल अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती हैं । इस योजना के तहत पूरी कोर्स फीस उम्मींदवारों के संस्थानों को सीधे भुगतान कर दी जाती है।
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईoओoसीo लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में अपना नामांकन कराना होता है । यह छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं , उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों के लिए है।
• कृपया सभी नवीनतम जानकारियों के लिए http://www.scholarships.gov.in लिंक पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत केंद्रीय सरकारी योजनायें हैं जो विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जा रही हैं , यू.जी.सी/ए.आई.सी.टी.ई योजनायें और राज्य योजनायें भी हैं।
• उपलब्ध स्कॉलरशिप के विवरण के लिए कृपया http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवित्तियों को प्राप्त करने का एक माध्यम है।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा स्वयं छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं
• उपलब्ध स्कॉलरशिप के विवरण के लिए कृपया http://www.buddy4study.com लिंक पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (IBA) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी छात्र बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। पोर्टल द्वारा राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल का लिंकेज भी प्राप्त होता है।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शैक्षिक ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: कृषि अनुसंधान संस्थान, निजी कृषि संस्थान, गैर सरकारी संगठन, फार्म आदि।
काम का माहौल: कृषि इंजीनियर आमतौर पर कार्यालयों में काम करते हैं , लेकिन फील्वेड वर्क भी कर सकते है | उपकरण और मशीनरी दोनों निर्माताओं के विशिष्टताओं के अनुसार काम करते हैं।
*इस क्षेत्र में दिव्यांगों लिए अवसर मौजूद हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
प्रशिक्षु इंजीनियर → सहायक इंजीनियर → वरिष्ठ इंजीनियर → संचालन प्रबंधक → भौगोलिक इकाई के प्रमुख → कंपनी के प्रमुख / सी०ई०ओ०
अपेक्षित वेतन
एक कृषि इंजीनियर का आधार वेतन लगभग 16,000 - 80,000 रूपये प्रति माह के बीच होता है।
डॉ. श्याम नारायण झा इंडियन सोसाइटी ऑफ एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स के अध्यक्ष हैं। उन्हें भारत में खाद्य गुणवत्ता और मखाना प्रसंस्करण के गैर-विनाशकारी मूल्यांकन पर उनके अग्रणी शोध के लिए मान्यता प्राप्त है। वह माध्यमिक कृषि पर आई.सी.ए.आर मेगा-प्रोजेक्ट के पहले प्रमुख अन्वेषक हैं। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों/नीति निर्माण, देश में कृषि प्रसंस्करण की केंद्रीय क्षेत्र की योजनाओं को तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और कई वैज्ञानिक पैनल के सदस्य हैं।
कृषि इंजीनियर (Agricultural Engineer)
NCS Code: 2141.0900 | E02• आप चीजों को बनाना या इकट्ठा करना पसंद करते हों ।
• आपको यह पता लगाने में मज़ा आता है कि चीज़ें कैसे काम करती हैं।
• आप विवरण पर ध्यान देते हों ।
• आप चीजों को क्रम में रखना पसंद करते हों ।
• आप समस्याओं को हल करना पसंद करते हों
1. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 उत्तीर्ण करें ।
2. कृषि इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में स्नातक/जैव प्रौद्योगिकी में स्नातक करें।
या
• स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
या
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर ((REAP, AP EAMCET इत्यादि) या संस्थान स्तर (BITSAT, IP, इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। अन्य प्रवेश परीक्षाएँ जो ली जा सकती हैं वे हैं: ICAR/GATE/AIEEA/MHT/CET/UPCATET/AP EAMCET/CG PAT/SHIATS प्रवेश परीक्षा/CCSHAU प्रवेश परीक्षा/राजस्थान JET/AGRICET
* कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
यह कोर्स कंप्यूटर साइंस व इंजीनियरिंग विभाग द्वारा चलाया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास
2. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर
3. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी
4. पेरियार विश्वविद्यालय , तमिलनाडु
5. आईआईटी जोधपुर
6. आईआईआईटी भुवनेश्वर
7. आईआईटी रुड़की
निजी संस्थान (आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्धता और मान्यता प्राप्त है)
1.नॉर्थकैप यूनिवर्सिटी, गुड़गांव
2. चंडीगढ़ विश्वविद्यालय
3. प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय, बेंगलुरु
4. चितकारा यूनिवर्सिटी, हिमाचल प्रदेश
5. लिंगया विद्यापीठ, फरीदाबाद
6. बिट्स पिलानी
संस्थान की रैंकिंग के बारे में इस लिंक से जानकारी मिल सकती है - http://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
ऑनलाइन कोर्स
• एन.पी.टी.ई.एल.* स्वयं - https://onlinecourses.nptel.ac.in/noc20_ag06/preview
• कौरसेरा - https://onlinecourses.swayam2.ac.in/aic22_ge24/preview
• उडेमी - https://www.udemy.com/course/augment-reality-merge-cube-ar-introduction-to-augment-reality-ar/
*एन.पी.टी.ई.एल. - मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) द्वारा वित्त पोषित प्रौद्योगिकी पर राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपीटीईएल) एक परियोजना है। यह बुनियादी विज्ञान और इंजीनियरिंग अवधारणाओं की शिक्षा को बढ़ाने के लिए मल्टीमीडिया और वेब तकनीक का उपयोग करता है।
एक वर्ष के लिए शुल्क लगभग 6,000 - 1,33,333 रुपये के बीच है।*
*(उपर्युक्त फीस अनुमानित हैं। यह सभी संस्थान में भिन्न होगी।)
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग स्नातक कोर्स के प्रथम वर्ष में नामांकित छात्रों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों को दी जाती है, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता है।
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति- लगभग 20,000 ऐसी इंजीनियरिंग छात्रवृत्तियाँ हर साल अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती हैं । इस योजना के तहत पूरी कोर्स फीस उम्मींदवारों के संस्थानों को सीधे भुगतान कर दी जाती है।
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईoओoसीo लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में अपना नामांकन कराना होता है । यह छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं , उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों के लिए है।
• कृपया सभी नवीनतम जानकारियों के लिए http://www.scholarships.gov.in लिंक पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत केंद्रीय सरकारी योजनायें हैं जो विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जा रही हैं , यू.जी.सी/ए.आई.सी.टी.ई योजनायें और राज्य योजनायें भी हैं।
• उपलब्ध स्कॉलरशिप के विवरण के लिए कृपया http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवित्तियों को प्राप्त करने का एक माध्यम है।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा स्वयं छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं
• उपलब्ध स्कॉलरशिप के विवरण के लिए कृपया http://www.buddy4study.com लिंक पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (IBA) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी छात्र बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। पोर्टल द्वारा राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल का लिंकेज भी प्राप्त होता है।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शैक्षिक ऋण प्रदान करते हैं।
कार्यस्थल: कृषि अनुसंधान संस्थान, निजी कृषि संस्थान, गैर सरकारी संगठन, फार्म आदि।
काम का माहौल: कृषि इंजीनियर आमतौर पर कार्यालयों में काम करते हैं , लेकिन फील्वेड वर्क भी कर सकते है | उपकरण और मशीनरी दोनों निर्माताओं के विशिष्टताओं के अनुसार काम करते हैं।
*इस क्षेत्र में दिव्यांगों लिए अवसर मौजूद हैं।
प्रशिक्षु इंजीनियर → सहायक इंजीनियर → वरिष्ठ इंजीनियर → संचालन प्रबंधक → भौगोलिक इकाई के प्रमुख → कंपनी के प्रमुख / सी०ई०ओ०
एक कृषि इंजीनियर का आधार वेतन लगभग 16,000 - 80,000 रूपये प्रति माह के बीच होता है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Job=Agricultural_Engineer/Salary
*आय सांकेतिक हैं और परिवर्तन के अधीन हैं
फील्ड के कुछ अनुभव
डॉ. श्याम नारायण झा इंडियन सोसाइटी ऑफ एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स के अध्यक्ष हैं। उन्हें भारत में खाद्य गुणवत्ता और मखाना प्रसंस्करण के गैर-विनाशकारी मूल्यांकन पर उनके अग्रणी शोध के लिए मान्यता प्राप्त है। वह माध्यमिक कृषि पर आई.सी.ए.आर मेगा-प्रोजेक्ट के पहले प्रमुख अन्वेषक हैं। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों/नीति निर्माण, देश में कृषि प्रसंस्करण की केंद्रीय क्षेत्र की योजनाओं को तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और कई वैज्ञानिक पैनल के सदस्य हैं।
स्रोत: https://isae.in/about-isae-president/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
कृषि इंजीनियर, कृषि इंजीनियरिंग, कृषि अनुसंधान संस्थान